Pathri Ki Dawa

Pathri Ki Dawa दोस्तों, पथरी गुर्दे और मूत्राशय दोनों में ही हो सकती है। पथरी जब गुर्दे में होती है, तो उसे “रिनल कैलकुलाई (Renal Calculi)” कहते हैं और जब वह मूत्राशय में होती है तो उसे “वेसिकल कैलकुलाई (Vesical calculi)” कहते हैं।

Pathri Ki Dawa पथरी की होम्योपैथिक दवा – pathri ki dawa in hindi

Pathri Ki Dawa
पथरी की होम्योपैथिक दवा

पथरी रेत के कण से लेकर बड़े चने जितनी हो सकती है। जब पथरी गुर्दे से निकलकर मूत्र वाहिनी नलिका से होती हुई मूत्राशय की तरफ जाते समय मूत्र वाहिनी में कहीं अटक जाती है तो वहां पर जोरदार दर्द होता है, इतना कि रोगी दर्द के कारण तड़पने लगता है।

 

पथरी के लक्षण – pathri ke lakshan

1- दर्द यूरिन करते समय।

2- यूरिन में खून पाया जा सकता है।

3- बहुत तेज दर्द होता है पीछे की कमर की तरफ से आगे की तरफ पेट के निचले हिस्से तक।

4- घबराहट ओर उलटियां भी हो सकती है।

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पथरी के कारण – pathri ke karan 

pathari ki dava किसी भी व्यक्ति को गुर्दे की पथरी हो सकती है, पर कुछ लोगों में पथरी होने की संभावना ज्यादा होती है।  पुरुषों को पथरी की समस्या महिलाओं की अपेक्षा में अधिक होती है। एक शोध के मुताबिक गोरे लोगो मे लोगों यह समस्या बहुत देखी गयी है। बाकी ओर अन्य कारण भी है जिनके वजह से आपको पथरी की समस्या हो सकते हैं जैसे –

 

1- आपको पहले कभी पथरी हुई हो तो दोबारा भी संभावना है कि आपको पथरी हो सकती है।

2- अगर आपके परिवार में किसी को पथरी हुई हो तो आपको भी संभावना है कि आपको पथरी हो सकती है। 

 3- पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीने से आपको पथरी हो सकती है।

4- अगर आपका वजन अधिक है तो भी संभावना है कि आपको पथरी हो सकती है।

5-  अगर आपकी किसी प्रकार की पेट की सर्जरी हुई है, तो भी आपको संभावना है कि आपको पथरी हो सकती है।

6- अगर आपको कोई किडनी रोग भी है, तो भी संभावना है कि आपको पथरी हो सकती है।

7- यदि आप कैल्शियम-आधारित गोलियों का सेवन करते है तो भी संभावना है कि आपको पथरी हो सकती है।

 

पथरी की होम्योपैथिक दवाइयां – pathri ki dawai 

 

1- बर्बेरिस वल्गेरिस (Berberis Vulgaris) 3,6,30 –

a- यह मूत्र की पथरी की प्रमुख दवा है।

b- एक या दोनों गुर्दों में हल्का या सुई चुभने जैसा दर्द होता है, जो मूत्र वाहिनी (ureter) से होता हुआ मूत्राशय और मूत्रनली तक जाता है।

c- बाय गुर्दे में दर्द, मूत्रवाहिनी, मूत्राशय से होता हुआ अंडकोष, कूल्हे और जांघ तक जा पहुंचता है।

d- इस तरह के दाएं गुर्दे के दर्द में भी यह दवा लाभदायक है।

e- बार-बार पेशाब की इच्छा होती है। पेशाब करते समय कमर और जांघो में दर्द होता है। पेशाब गर्म, लाल होती है। पेशाब करते समय और कर चुकने के बाद मूत्रद्वार में काटने जैसा दर्द और जलन होती है।

 

Pathri Ki Dawa कैसे ले-

“बर्बेरिस वल्गेरिस” की 3, 6, 30 की शक्ति की दवा पथरी को गला कर निकाल देती है, कुछ महीनों तक इसके मूलअर्क की आठ से दस बूंदे भी दिन में दो या तीन बार लें या पथरी के दर्द के समय इसे हर 15 से 20 मिनट तक ले। यह दवा पथरी को गला कर निकाल देती है कुछ महीनों तक इसके मूल का अर्थ की आठ से 10 मूंदे भी दिन में दो या तीन बार लें।

 

2- कैलकेरिया कार्ब (Calcarea Carb.) 30 –

 

a- रोगी को गुर्दों और कूल्हों में बहुत तेज दर्द होता है।

b- पैसा बदबूदार खट्टी गंद वाली और चूने जैसी सफेद तलछट वाली होती है।

c- दर्द के दौरान रोगी पसीने से तर हो जाता है।

 

Pathri Ki Dawa कैसे ले-

“कैलकेरिया कार्ब” की 30 शक्ति दर्द के समय हर पंद्रह से बीस मिनिट में दो बार ले। 

 

3- लाइकोपोडियम क्लेब (Lycopodium Clab.) 30 –

a- बहुत ही कठिन पथरी का रोग इस दवा से दूर हो जाता है।

b- यह दवा पथरी को गला कर निकाल देती है। 

c- इसका सबसे महत्वपूर्ण लक्षण है- पेशाब में लाल रेत  जैसी तलछट जमा होना। 

d- दाहिने गुर्दे से दर्द शुरू होता है और वहां से मूत्रद्वार तक जाता है कभी-कभी तो पैर तक चला जाता है। इसी तरह के बाएं गुर्दे के दर्द में भी यह दवा लाभदायक है।

e- पेशाब करने से पहले कमर में बहुत ही जोरदार दर्द होता है, जो पेशाब हो जाने के बाद घट जाता है।

f- पेशाब के लिए रोगी को काफी देर तक रुखना पड़ता है, जोर लगाना पड़ता है, तब कहीं जाकर पेशाब होती है।

 

Pathri Ki Dawaकैसे ले-

” लाइकोपोडियम क्लेब” की 30 शक्ति दिन में दो बार ले। बाकी जब दर्द हो तब हर 15 से 20 मिनिट से इस दवा को दे।

 

4- सरस्परिल्ला (Sarasparilla) 6 –

a- रोगी को दाहिने गुर्दो में दर्द शुरू होकर नीचे की तरफ जाता है। 

b- बार-बार पेशाब की इच्छा होती है, लेकिन बून्द-बून्द करके पेशाब होता है और जलन होती है। पेशाब निकलने के अंत में असहनीय दर्द होता है।

c- पेशाब में छोटी-छोटी पथरिया होती है। बैठकर पेशाब करने पर पेशाब निकलता है, लेकिन खड़े रहकर पेशाब करने पर पेशाब आसानी से हो जाता है।

 

Pathri Ki Dawaकैसे ले-

“सरस्परिल्ला” की 6 शक्ति दिन में दो बार ले। बाकी दर्द के समय हर पंद्रह से बीस मिनिट पर ले।

 

5- केन्थेरिस (Cantheris) 30 –

a- यह दबा मूत्रपथरी के दर्द की सबसे बढ़िया दवाओं में से एक है।

b- मूत्र नली में भाला भोकने जैसा, काटने जैसा, छुरा घुसेड़ने जैसा दर्द होता है। जो शिशन (penis) तक जाता है.

c- मुद्राशय से मूत्रद्वार तक जलन होती है। बार-बार पेशाब की इच्छा होती है।

d- पेशाब करने से पहले, करते समय और कर चुकने के बाद मूत्र मार्ग में जलन होती है। बूंद-बूंद कर पेशाब उतरता है।

 

Pathri Ki Dawaकैसे ले-

“केन्थेरिस” की 30 शक्ति दिन में दो बार ले। बाकी दर्द के समय हर पंद्रह से बीस मिनिट पर ले।

 

6- ओसीमम कैनम (Ocimum Canum) 6,30 –

a- रोगी को दाँए गुर्दे में दर्द होता है, जो मूत्राशय तक जाता है।

b- दर्द के साथ उल्टी भी होती है।

c- पेशाब में लाल रेत जैसी तलछट होती है। पेशाब अपने कस्तूरी जैसी गंध आती है।

 

Pathri Ki Dawaकैसे ले-

“ओसीमम कैनम” की 6,30 शक्ति दिन में दो बार ले। बाकी दर्द के समय हर पंद्रह से बीसीजी मिनिट पर ले।

 

7- पेरेइरा ब्रावा (Pareira Brava) Q. –

a- रोगी को दर्द जो जांघो, अंगूठे व तलबे तक जाता है।

b- बार-बार पेशाब की हाजत होती है, लेकिन पेशाब के लिए काफी जोर लगाना पड़ता है।

 

Pathri Ki Dawaकैसे ले-

“पेरेइरा ब्रावा” मूलअर्क (Mother tinture Q.) की 5 बूंदे हल्के गर्म पानी में हर आधे घंटे से चार-पाँच बार ले।

 

8- डियोस्कोरिया विल्लोसा ( Dioscoria Villosa) 3, 6-

a- रोगी को दर्द गुर्दे से शुरू होकर वृषणों तक जाता है। b- चलने-फिरने या पीछे की तरफ मुड़ने में दर्द में आराम आता है

 

Pathri Ki Dawa कैसे ले-

“डियोस्कोरिया विल्लोसा” की 3 या 6 शक्ति दिन में तीन बार ले। बाकी दर्द के समय हर पंद्रह से बीसीजी मिनिट पर ले।

 

9- बेलाडोना (Belladona) 30 –

a- रोगी को गुर्दे की जगह तेज चुबनेवाला दर्द होता हैं।

b- दर्द मूत्रमार्ग तक जाता है।

 

Pathri Ki Dawa कैसे ले-

“बेलाडोना” की 30 शक्ति दिन में तीन से चार बार ले। 

 

10- कॉकस कैक्ति (Coccus Cacti) 30 –

a- रोगी को तेज दर्द जो गुर्दे से पैर में उतर आता है।

b- बार-बार पेशाब की इक्छा होती है। पेशाब में खून आता है।

 

Pathri Ki Dawa कैसे ले-

“कॉकस कैक्ति” की 30 शक्ति दिन में तीन बार ले। 

 

11- नक्स वोमिका (Nux-Vomica) 30 –

a- रोगी को दाहिने गुर्दे से पैर में उतर जाता है।

b- रोगी को कमर में दर्द होता है।

 

Pathri Ki Dawaकैसे ले-

“नक्स वोमिका” की 30 शक्ति दिन में तीन से चार बार ले। 

 

12- नाइट्रो मुरिअटिक एसिड (Nitric Muriatic Acid) Q. –

पेसाब में अगर कैल्शियम ऑक्जलेट हो, तो यह मूत्रपथरी में विशेष रूप से लाभदायक है।

 

दवाई कैसे ले-

“नाइट्रो मुरिअटिक” की 30 शक्ति दिन में तीन से चार बार ले।

 

पथरी की बायोकेमिक होम्योपैथिक दवाइयां –

 

a- कैलकेरिया फोस (Calcarea Phos.) 12X –

कैलकेरिया फोस मूत्र पथरी को रोकनेवाली दवा है।

 

b- नैट्रम फोस (Natrum Phos.) 6X –

यह भी मूत्र पथरी को घुलाने वाली दवा है।

 

Pathri Ki Dawaकैसे ले –

इस दवा से पथरी गलकर निकल जाती है। कैलकेरिया फोस की 12X शक्ति और नैट्रम फोस की 6X शक्ति बदल-बदल कर दिन में दो-दो बार लेने से पथरी घुलकर पेशाब से निकल जाती है। 

 

Note : Pathri Ki Dawa

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