होम्योपैथिक दवा का असर में हम जानेंगे की यह कैसे काम करता है | दोस्तो होम्योपैथी nano pharmacology के तहित काम करती है। Nono pharmacology का अच्छा उदाहरण है होम्योपैथिक दवा का असर

तो दोस्तो पहले जान लेते हैं कि Nono pharmacology क्या है-

Nano pharmacology – nano pharmacology एक ऐसी साइंस है, इसमें मेडिसिन एटॉमिक लेवल या मोलेकूलर लेवल पर काम करती है।

तो दोस्तों होम्योपैथिक दवा भी एटॉमिक लेवल या मोलेकूलर लेवल और डायनामाइजेशन और पोटेंटाइजेशन के जरिए भी पर काम करती हैं, तो जब भी होम्योपैथिक दवाइयां बनती है तब किसी भी पोधे से उसका एक्सट्रैक्ट निकाल लिया जाता है। मतलब की किसी पौधे से  उस का रस निकाला जाता है और एक प्रकार से उसकी चटनी बना लिया जाता है और उस से mother tincture बना लिया जाता है, फिर उस mother tincture से 1% mother tincture ले लिया जाता है और 99% dilution मतलब कि एल्कोहल से dilute किया जाता है उसके बाद एक theory होती है पोटेंटाइजेशन उसकी मदद से suction किया जाता है। यही process करके dilution बना लिया जाता है । अब इस dilution मतलब दवाइयां बनाकर मरीजों को दी जाती है।

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