कार्बंकल की होम्योपैथिक दवाई – Baltod Ka Ilaaj – Baltod Ke Liye Medicine
Baltod Ka Ilaaj Baltod Ke Liye Medicine कार्बंकल की होम्योपैथिक दवाई – treatment for boils – carbuncles
Baltod Ka Ilaaj बिना मुँह का जहरीला फोड़ा, जो समान्यता: कमर, गर्दन के पिछले हिस्से, कंघे या कूल्हे पर निकलता है। इस फोड़े में बहुत ज्यादा जलन होती है। मांस सड़ने लगता है और बदबू आने लगती है।ज्यादातर “डायबिटीज” के रोगियों को यह फोड़ा निकलता है लेकिन बाकी लोगो को भी यह निकल सकता है। Baltod Ke Liye Medicine
कार्बंकल की होम्योपैथिक दवाइयां – Baltod Ka Ilaaj
दोस्तों नीचे दी गई होम्योपैथिक दवाइयों के लक्षणों के आधार पर आप होम्योपैथिक दवाइयों का सेवन कर सकते हैं –
1- बेलाडोना (Belladonna) 30 – Baltod Ke Liye Medicine
रोगी को शुरुआत में ही दवा दी जा सकती है जाखोड़ा लाल होता है और उसमें सब कान भरा दर्द होता है।
दवाई कैसे ले –
“बेलाडोना” की 30 शक्ति दिन में तीन बार ले।
2- रक्स टॉक्स (Rhux tox) 6, 30 – Baltod Ka Ilaaj
रक्त टॉक्स भी शुरुआत में दी जाने वाली दवा है।
फोड़े का रंग गहरा लाल रंग का होता है और फोड़े में तेज दर्द होता है।
दवाई कैसे ले-
रक्स टॉक्स की 6 या 30 शक्ति दिन में तीन बार ले।
3-आर्सेनिकम एलबम (Arsenicum album) – Baltod Ke Liye Medicine
यह कार्बंकल के लिए बहुत ही अच्छी दवाई है। फोड़े में इतनी ज्यादा जलन होती है मानो जलता हुआ कोयला रखा हो। रोगी को फोड़े में काटने, फाड़ने जैसा दर्द होता है जो आधी रात के बाद बढ़ जाता है। गर्म पानी की थैली से सेकने से दर्द और जलन में रोगी को आराम आता है। यह इस दवा का विशेष लक्षण है रोगी बेहद बेचैन रहता है।
दवाई कैसे ले-
“आर्सेनिकम एलबम” की 30 शक्ति दिन में तीन बार ले।
4- ऐंथ्रासिनम (Anthracinum) 1M – Baltod Ka Ilaaj
रोगी को वही लक्षण आते हैं जो आर्सेनिक एल्बम को आते हैं। फोड़े में छोटे-छोटे सुराख हो जाते हैं और उनसे पानी की तरह पतली पीस निकलती है रोगी को बुखार भी हो जाता है जब आर्सेनिक एल्बम से आराम नहीं मिलता है तो उस समय इसे दिया जाता है।
दवाई कैसे ले-
“ऐंथ्रासिनम” की 1M शक्ति हफ्ते में एक बार ले।
5- टेरनटूला क्यूबेनसिस (Tarentula cubensis) 30 – Baltod Ke Liye Medicine
कार्बंकल का रंग नीलैपन लिए लाल जैसा रहता है। फोड़े में बहुत जलन और डंक मारने जैसा दर्द होता है। कपकपी के साथ तेज बुखार रहता है। तेज प्यास रहती है। रोगी बेचैन रहता है। बगल के फोड़े के लिए विशेष रूप से लाभदायक है।
दवाई कैसे ले-
“टेरेनटूला क्यूबेनसिस” की 30 शक्ति दिन में तीन बार ले।
6- लैकेसिस (Lachesis) 30 – Baltod Ka Ilaaj
कार्बंकल का रंग कुछ नीला, बैगनी जैसा होता है। फोड़े के चारों और छोटी-छोटी फुंसियां होती है। फोड़े से खून मिली बदबूदार पीस निकलती है। रोगी फोड़े को छूने नहीं देता है। फोड़े में जलन होती है, जिसमें ठंडे पानी से सीखने से आराम मिलता है।
दवाई कैसे ले-
“लैकेसिस” की 30 शक्ति दिन में तीन बार ले।
7- कार्बो वेज (Carbo Veg.) 30 – Baltod Ke Liye Medicine
कार्बो वेज उस समय दी जाती है जब फोड़े का रंग नीला हो और बेहद बदबूदार पीप निकल रही हो और आर्सेनिक की तरह वह जलन हो, लेकिन आर्सेनिक जैसी बेचैनी ना हो। यह उस समय भी उपयोगी है जब फोड़ा सड़ने लगा हो।
दवाई कैसे ले-
“कार्बो वेज” की 30 शक्ति दिन में तीन बार ले।
8- सिलिसिया (Silicea) 200 – Baltod Ka Ilaaj
इस दवाई को उस समय दिया जाता है जब कई दिनों तक थोड़े से पतली पीस निकल रही हो और थोड़ा ठीक ना हो रहा हो।
दवाई कैसे ले-
“सिलिसिया” की 200 शक्ति हफ्ते में एक बार ले।
9- हैपर सल्फ (Hepar Sulph.) 200 – Baltod Ke Liye Medicine
यह दवा उस समय लाभदायक है। जब फोड़े में तपकनभरा दर्द हो, खून मिली गाढ़ी, सड़े हुए पनीर जैसी पीप निकलती हो। दर्द रात में और ठंडक से बढ़ता हो। रोगी शरीर को चादर वगैरह से ढके रहना चाहता हो।
दवाई कैसे ले-
हैपर सल्फ की 200 शक्ति दिन में दो बार ले।
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